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Sunday, October 27, 2013

उड़ान मेरी नजर से 


उड़ान वो चाहत है जो ,
मंजिल तक ले जाती है ।

उडान वो उमंग है जो ,
नईराह  दिखलाती है ।

उडान  वो हौशला है जो ,
लड़ना सिखलाती   है ।

उड़ान वो कर्म  है जो ,
क्षितिज पार  ले जाती है ।

उड़ान वो प्रयाश है जो ,
चलना सिखलाती है ।

उड़ान वो धर्म है जो ,
इंसानियत  सिखलाती है ।

उड़ान  विन्ध्या  परिवार का वो प्रयास  है जो ,
हारे  हुए को जीतना,
जीतने वालो को नए आयामों तक पहुचती है |  

रचनाकार..    .प्रदीप तिवारी 

pradeeptiwari.mca@gmail.com

Monday, October 21, 2013

इज्जत

 रावन ने माँ सीता को चुराया ,
फिर भी उनका उसने  सम्मान  किया  ।
अब इंसान ही  इज्जत लूट लेता है ।
क लंक हम रावन को लगाते  है,
अब का  राम , सीता को बेचा देता है|
मर्यादा की बाते जो करते है
वही सब नीलम होता है|
कान्हा का प्रेम तो अनमोल था
अब तो तमाशा सरेआम होता है ।

रचनाकार
प्रदीप तिवारी 

खुद को कर, रोशन इतना ,
की सारा जग, चमक जाये ।
सूरज जो आये , मुडेर  पर तेरी ,
वो भी देख , तुझे दहक  जाये ।
तू असीम है, असीमित है ,
बस खुद पर ,विस्वाश कर ।
जग तेरा ,यश गान करेगा,
बस निस्वार्थ हो, तू कार्य  कर ।


रचनाकार
प्रदीप तिवारी 
9584533161

Thursday, March 7, 2013

8



धैर्य साहस विस्वाश की मूर्ति है ,
जीवन में खुशियों  की पूर्ती है
इसके बिना जीवन संभव नहीं
ये माँ ,बहन ,पत्नी रूप की प्रतिमूर्ती है
ऐसी महान अनुक्रती को ,
महिला दिवस के शुभ  अवशर  पर
 प्रदीप की  बारम्बार नमन और स्तुती  है ।

रचनाकार -प्रदीप तिवारी
                                                     

Monday, January 28, 2013




हजारो ख्वाहिसे पल रही थी मेरे सीने में ,

पर तुझे पाने के बाद कोई आरजू ही न रही ।



प्रदीप तिवारी 

Sunday, January 27, 2013

तेरे बिन  लग रहा था मर ही जाऊंगा मै ,
पर तेरे जाते ही जीने का मजा आ गया ।।
                                                            प्रदीप तिवारी 

Monday, December 31, 2012


नववर्ष लाये खुसिया अपार ,जीवन में  हो उन्नति अपरम्पार,
कभी न हो गमो से सामना आपका,माँ लक्ष्मी करती रहे आपको दुलार ।

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये
(प्रदीप तिवारी )